कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद से कुछ लोगों ने एक वेबसाइट के जरिए उन्हें माल्टा के पिल्ले बेचने के बहाने उनसे कथित तौर पर 59,000 रुपये ठग लिए.
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने खुर्शीद की शिकायत पर दो मार्च को एक एफआईआर दर्ज करने के बाद मामले की जांच शुरू की है. पुलिस ने बताया कि खुर्शीद को 13 फरवरी को एक पोर्टल के जरिए पिल्लों की बिक्री के बारे में पता चला था. विज्ञापन में एक पिल्ले की कीमत 12,000 रुपये बताई गई थी. ऑनलाइन कुत्ते खरीदने में सलमान खुर्शीद से 59 हजार रुपये की ठगी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद से कुछ लोगों ने एक वेबसाइट के जरिए उन्हें माल्टा के पिल्ले बेचने के बहाने उनसे कथित तौर पर 59,000 रुपये ठग लिए. पूर्व विदेश मंत्री ने आरोपी टोनी वलास से ईमेल के जरिए संपर्क किया. उसने खुद के केरल निवासी होने का दावा किया था.
ईमेल के बाद 19 फरवरी तक खुर्शीद के कार्यालय के प्रतिनिधि ने वलास के साथ बात शुरू की. वलास ने उनसे अंकित बादरी नाम के एक व्यक्ति के खाते में रुपये भेजने को कहा, एफआईआर में वह भी नामजद है. खुर्शीद के प्रतिनिधि ने जब 59,000 रुपये बादरी के खाते में डाल दिए. तब वलास ने खुर्शीद को बताया कि वह अपने अमेरिकी टोल फ्री नंबर और फेसबुक पर उपलब्ध होगा. इसके बाद आरोपी ने पिल्लों के स्वास्थ्य जांच और स्वास्थ्य प्रमाणपत्र के नाम पर, और पिल्लों को दिल्ली भेजने के खर्च के लिए और ज्यादा रुपये मांगे थे. उन्हें बताया गया कि पालतू जानवरों को पहुंचाने वाली कुरियर कंपनी पैसिफिक पेट रे लोकेटर्स उन पिल्लों की आपूर्ति करेगी लेकिन वे पिल्ले कभी नहीं पहुंचे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि साइबर अपराध के मामले देखने वाली पुलिस इसकी तह तक जाएगी. हालांकि, कांग्रेस नेता की शिकायत में ‘बिटक्वाइन’ व्यापार का जिक्र है लेकिन आर्थिक अपराध शाखा की एफआईआर में इसका जिक्र नहीं है.