राखी सावंत के यूं ही नहीं बॉलीवुड की ड्रामा क्वीन कहा जाता है। इसके लिए समय समय पर उन्हे कुछ अटपटा सा करना पड़ता है जिससे वो स्पॉटलाइट में आती हैं। अभी राखी पूरी तरह से वाल्मीकि जी पर किए विवादित बयान के मामले से पूरी तरह बाहर नहीं आई थीं कि फिर से अपनी एक नई ख्वाहिश जता कर सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया।
दरअसल योग दिवस पर बाकी फिल्मी सितारों की तरह राखी सावंत भी योग गुरु मंदीप के यहां योग करने पहुचीं हुई थीं। ऐसे में राखी से पूछा गया कि, 'राष्ट्रपति बनने की दौड़ में अगर किसी फिल्मी सितारें का नाम चलाया जाए तो वो नाम कौन सा है जो इस पद के काबिल है?' इस पर राखी का जवाब सुनने के बाद कुछ देर तक तो आपको समझ नहीं आएगा कि रिएक्ट क्या किया जाए।
दरअसल योग दिवस पर बाकी फिल्मी सितारों की तरह राखी सावंत भी योग गुरु मंदीप के यहां योग करने पहुचीं हुई थीं। ऐसे में राखी से पूछा गया कि, 'राष्ट्रपति बनने की दौड़ में अगर किसी फिल्मी सितारें का नाम चलाया जाए तो वो नाम कौन सा है जो इस पद के काबिल है?' इस पर राखी का जवाब सुनने के बाद कुछ देर तक तो आपको समझ नहीं आएगा कि रिएक्ट क्या किया जाए।
राष्ट्रपति बनने वाले इस सवाल पर राखी सावंत ने कहा , 'मुझे नहीं लगता कि बॉलीवुड के किसी स्टार में इतनी अक्ल है कि वो देश का राष्ट्रपति बन सके। जिनका काम है राष्ट्रपति बनने का वही बने। अगर किसी के पास टाइम नहीं है तो मुझे बना दें। देश का कल्याण हो जाएगा।'
खैर राखी के इस बयान को कोई गंभीर रुप से न ही ले तो ही बेहतर हैं क्योंकि ऐसा पहली बार नहीं है जब राखी अपने बयानों के चलते लाइमलाइट में आना चाहती हैं। कभी अपने बोल्ड फोटोज तो कभी आप्पतिजनक बयान के कारण राखी सिर्फ सुर्खियो में रहना चाहती हैं। इसी के चलते वो कई बार अपने लिए मुश्किलें खड़ी कर चुकी हैं।
राखी के राजनीति के सफर के बारे में बात करें तो फिलहाल वो केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले की पार्टी आरपीआई की पदाधिकारी हैं। वहीं इससे पहले राखी सावंत मुंबई से सांसद का चुनाव भी लड़ चुकी हैं लेकिन उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था। मजे की बात ये है कि उनका चुनाव चिन्ह तीखी मिर्ची था। (अमर उजाला से साभार)
खैर राखी के इस बयान को कोई गंभीर रुप से न ही ले तो ही बेहतर हैं क्योंकि ऐसा पहली बार नहीं है जब राखी अपने बयानों के चलते लाइमलाइट में आना चाहती हैं। कभी अपने बोल्ड फोटोज तो कभी आप्पतिजनक बयान के कारण राखी सिर्फ सुर्खियो में रहना चाहती हैं। इसी के चलते वो कई बार अपने लिए मुश्किलें खड़ी कर चुकी हैं।
राखी के राजनीति के सफर के बारे में बात करें तो फिलहाल वो केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले की पार्टी आरपीआई की पदाधिकारी हैं। वहीं इससे पहले राखी सावंत मुंबई से सांसद का चुनाव भी लड़ चुकी हैं लेकिन उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था। मजे की बात ये है कि उनका चुनाव चिन्ह तीखी मिर्ची था। (अमर उजाला से साभार)
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