जिसमे ज़ैनब बिन्त अब्दुल्लाह अल रज़ी भी शामिल हुईं! प्रोग्राम में नए मुसलमानों ने बताया कि उन्होंने ये फ़ैसला कैसे और क्यूँ लिया! इन्हीं में से एक लड़की लोरना ने इस्लाम में दाखिल होने के बारे में बताया! लोरना अपनी बेहतर जिंदगी के लिए सऊदी अरब आ गयी यहाँ उन्हें लाइब्रेरी की सफ़ाई में लगा दिया!
सफाई करते वक़्त लोरना को क़ुरान का तर्जुमा मिल गया! मैंने स्पोंसर से पूछा क्या मैं क़ुरान पढ़ सकती हूँ और उन्होंने इसका स्वागत किया! उसके बाद मैंने इस्लाम में शामिल होने की इच्छा अपने स्पोंसर से ज़ाहिर की और उसके बाद उन्होंने मुझे शहादा कहलवाया! और आज मैं एक मुसलमान हूँ, मुझे इसका गर्व है..
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