Loading...
सोशल डायरी,
अजित साही वरिष्ठ पत्रकार है, वह हमेशा सभी धर्मो के लोगों में भाईचारा बना रहे ऐसे विषयो पर लिखते है. समता और बंधुता पर जोर देते है. इसबार अजित ने अपने फेसबुक टाइमलाइन पर दो ही लाइन लिखे लेकिन बहुत महत्वपूर्ण है.
पहले भी पूछ चुका हूँ और फिर पूछता हूँ: आख़िर हिंदू इतना डरते क्यों हैं धर्म परिवर्तन से कि पुलिस, क़ानून, प्रशासन का सहारा लेना पड़ता है? में हिंदू हूँ और फ़ख़्र से हिंदू हूँ. लेकिन मुझे अगर किसी को धर्म परिवर्तन करने से रोकना होगा तो मैं तर्क से कोशिश करूँगा न कि बल से. वो धर्म ही क्या जो पुलिस के डंडे से आबाद रहे. और अगर आप ये सोचते हैं कि ग़रीब आदमी प्रलोभन में आकर धर्म परिवर्तन कर रहा है तो ये यही दिखाता है कि आपकी सोच गिरी हुई है.
loading...