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गोरखपुर, बीआरडी मेडिकल कॉलेज ऐंड हास्पिटल के इन्सेफलाइटिस वॉर्ड के इंचार्ज रहे डॉक्टर कफील खान को STF ने गिरफ्तार कर लिया है। वह मेडिकल कॉलेज के बालरोग विभाग के अध्यक्ष थे। बता दें कि बीआरडी अस्पताल में 10 अगस्त की रात 30 अधिक बच्चों की मौत मामले में डॉक्टर कफील पर यह कार्रवाई की गई है। आरोप है कि ऑक्सिजन की कमी से इन बच्चों की मौत हुई, हालांकि अस्पताल प्रशासन और राज्य सरकार इस बात से इनकार करता रहा है। घटना के बाद सीएम योगी ने अस्पताल का दौरा किया था। इसके बाद डॉ. कफील को पद से हटा दिया गया था।
गौरतलब है कि डॉ. कफील उस समय सुर्खियों में आए थे जब मीडिया में इस तरह की खबरें आई थीं कि ऑक्सिजन की कमी के वक्त वह खुद अपनी गाड़ी से अपने दोस्तों और निजी अस्पतालों से ऑक्सिजन सिलिंडर लेकर बीआरडी अस्पताल पहुंचे थे। उस वक्त कफील की छवि एक 'मसीहा' के तौर पर सामने आई। हालांकि, बाद में कफील पर प्राइवेट अस्पताल चलाने सहित कई गंभीर आरोप लगे।
गौरतलब है कि डॉ. कफील उस समय सुर्खियों में आए थे जब मीडिया में इस तरह की खबरें आई थीं कि ऑक्सिजन की कमी के वक्त वह खुद अपनी गाड़ी से अपने दोस्तों और निजी अस्पतालों से ऑक्सिजन सिलिंडर लेकर बीआरडी अस्पताल पहुंचे थे। उस वक्त कफील की छवि एक 'मसीहा' के तौर पर सामने आई। हालांकि, बाद में कफील पर प्राइवेट अस्पताल चलाने सहित कई गंभीर आरोप लगे।
इससे पहले बीआरडी मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी पूर्णिमा को कानपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में दर्ज एफआईआर में डॉक्टर दंपती, बच्चा वॉर्ड के प्रभारी डॉक्टर कफील अहमद और पुष्पा सेल्स के दो अधिकारियों को नामजद किया गया। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 409 (भरोसा तोड़ना), 120बी (आपराधिक साजिश), 420 (ठगी) और भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 8 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। इस घटना में राज्य के चीफ सेक्रटरी की अगुआई में हुई जांच के बाद एफआईआर दायर की गई।
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