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(सांकेतिक तस्वीर)
सोलापुर : दूसरे चरण के ग्रामपंचायत के चुनाव सभी मायने में ऐतिहासिक साबित हुई है। यहां मालसिरस तहसील के तरंगफल गांव में राज्य का पहला किन्नर सरपंच चुना गया है। पंचायतो के दूसरे के चुनाव के नतीजे मंगलवार को घोषित हुए। इसमें चार हजार पंचायतों को लिए वोटिंग हुई थी।
सोलापुर : दूसरे चरण के ग्रामपंचायत के चुनाव सभी मायने में ऐतिहासिक साबित हुई है। यहां मालसिरस तहसील के तरंगफल गांव में राज्य का पहला किन्नर सरपंच चुना गया है। पंचायतो के दूसरे के चुनाव के नतीजे मंगलवार को घोषित हुए। इसमें चार हजार पंचायतों को लिए वोटिंग हुई थी।
ज्ञानदेव 167 वोटों से चुनाव जीते हैं। कल 16 अक्टूबर को पंचायत का चुनाव हुआ था। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गढ़ कहे जाने वाले मालशिरस तालुका के तंरगफल गांव में ज्ञानदेव ने सरपंच पद के लिए बीजेपी की ओर से फाॅर्म भरा था। इस पद के लिए विपक्ष के 6 उम्मीदवार और ज्ञानदेव के बीच कांटे की टक्कर थी, लेकिन गांव वालों ने ट्रांसजेंडर ज्ञानदेव को अपना सरपंच चुना।
ज्ञानदेव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ज्यादातर लोग किन्नरों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं करते हैं। हमें अलग नजर से देखा जाता है, हम भी इंसान है यह बात लोगों को समझ में नहीं आती। लेकिन हम भी कम नहीं है यह दिखाने के लिए मैंने यह सरपंच पद का चुनाव लड़ने का फैसला किया, जिसका मेरे परिजनों ने और गांव वालों ने स्वागत किया। एक किन्नर का सरपंच बनना मुश्किल था लेकिन, गांव वालों ने मुझपर भरोसा किया और गांव की सेवा करने का मौका दिया। उन्होंने आगे कहा कि, आगे के समय की विकास से गांव की तस्वीर बदलनी है और मुख्यमंत्री से मिलकर गांव की उन्नति के लिए मदद की मांग की जाएगी।
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