छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर क्षेत्र के सुकमा में पुलिस और नक्सलियों के बीच शनिवार को सुबह हुई मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के 12 जवान शहीद हो गए और दो जवान घायल हुए हैं. शहीदों में कोबरा बटालियन का एक सहायक उपनिरीक्षक भी शामिल है. शहीद जवानों के शव को हेलिकॉप्टर से रायपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय में पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है. यहां पर शवों के पोस्टमार्टम के बाद शव सलामी के लिए पोस्ट बटालियन ले जाए जाएंगे. वहां पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह जवानों को श्रद्धांजलि देंगे. श्रद्धांजलि के बाद शहीद जवानों के शव उनके गृहग्राम के लिए रवाना किया जाएगा.
मुठभेड़ में घायल जवानों का उपचार रायपुर के एक निजी चिकित्सालय में जारी है. इसके साथ ही दक्षिण बस्तर और आस-पास के क्षेत्रों में नाकाबंदी कर जांच की जा रही है. बस्तर रेंज के प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने यहां बताया कि शनिवार सुबह सुकमा जिले के भेज्जी थाने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा 219 बटालियन के जवान रोड ओपनिंग पार्टी के लिए रवाना हुए थे. जवान जब कैंप से लगभग दो किलोमीटर दूर बुंदेरपारा के पास पहुंचे, वे घात लगाकर बैठे नक्सलियों द्वारा घिर गए.
अचानक नक्सलियों द्वारा फायरिंग शुरू कर दी गई. लगभग दो घंटे तक चली गोलीबारी में कोबरा बटालियन के 11 जवान शहीद हो गए और चार जवान घायल हो गए. उन्होंने बताया कि नक्सली 11 शहीद जवानों के 11 एसएलआर राइफल लूट कर ले गए. इलाके में तलाशी जारी है और महाराष्ट्र-आंध्र इलाके में नाकेबंदी कर दी गई है. सीमावर्ती इलाके के अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं.
शहीद जवानों में सहायक उपनिरीक्षक हीरालाल जांगड़े, आरक्षक नरेन्द्र कुमार सिंह, मंगेश पाण्डे, रामपाल सिंह यादव, गोरखनाथ, नंदकुमार अतरम, सतीश चंद्र वर्मा, के. शंकर, वी. आर. मंदे, जगजीत सिंह, सुरेश एवं जगदीश विश्नोई शामिल हैं वहीं जगदीश प्रसाद निसोड़े, जयदेव परमाणिक और मो. सलीम घायल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी, उन्होंने शहीद परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है.