- भ्रष्टाचार चरम पर होने के कारण भाजपा में पड़ रही फूट
सोनीपत : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशोक ने दावा किया कि प्रदेश सरकार पूरी तरह लड़खड़ा गई है। कभी भी यह सरकार गिर सकती है। मध्यावधि चुनाव भी हो सकते हैं। अभी प्रदेश में परिवर्तन का माहौल है और कांग्रेस का आधार मजबूत है। उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों को भी ब्लाक स्तर पर जनहित के मुद्दों को उठाने के निर्देश दिए।
रविवार को शहर में एक निजी प्रतिष्ठान का उद्घाटन करने आए तंवर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं आया। भाजपा के कारण हरियाणा का पिछड़ गया है। लोग अब कांग्रेस की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी वर्गो के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। किसान फसल, कर्मचारी छठे वेतन आयोग की मांग, युवा बेरोजगारी के कारण सरकार के खिलाफ आंदोलनरत हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बनने से पहले जो वादे की थी, वह पूरा नहीं कर पाई है। भ्रष्टाचार चरम पर है। यही वजह है कि भाजपा के विधायक ही अपनी सरकार के दागियों के खिलाफ बगावत पर उतारू हैं।
मशीन के बजाए बैलेट से हो चुनाव
एक सवाल के जवाब में तंवर ने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी हो सकती है। पहले भी लोकसभा चुनाव में ऐसे मामले सामने आए थे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में यदि किसी बात पर संशय है तो तत्काल उसका निराकरण करना चाहिए। यही वजह है कि कांग्रेस भी फिलहाल ईवीएम के बजाए बैलेट से चुनाव की पक्षधर है।
गुटबाजी नहीं, कांग्रेस एकजुट
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। पार्टी पूरी तरह से एकजुट है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में इनेलो के कई नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने और इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष की गैरमौजूदगी के संबंध में पूछने पर उन्होंने कहा कि इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। पार्टी के किसी के शामिल होने के लिए एक प्रक्रिया होती है। यदि कोई पार्टी में शामिल हुआ है तो निश्चित रूप से प्रक्रिया को फॉलो नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि सोनीपत की जिला कार्यकारिणी का जल्द गठन होगा। इसकी प्रक्रिया जारी है।
एसवाइएल का पानी हमारा अधिकार
तंवर ने कहा कि एसवाइएल पर हरियाणा का अधिकार है। उसका पानी यहां के लोगों व यहां की धरती को मिले, इसको लेकर उनकी हरसंभव कोशिश जारी रहेगी। हालांकि इस मामले में केंद्र सरकार को पहल करनी है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर वह पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अम¨रदर ¨सह से भी मुलाकात करेंगे। (जागरण से साभार)