बहरीन की सरकार ने पूरे देश में पोर्क की आयात और बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। सरकार ने एक संसदीय प्रस्ताव को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया है कि यह देश में रहने वाले गैर मुस्लिम लोगों के अधिकारों पर असर डालेगा.
सरकार ने संसद को यह भी बताया कि बहरीन द्वारा आयातित सभी प्रकार के मांस, पोर्क सहित, व्यवस्थित रूप से जांच किए गए थे कि वे स्वच्छता संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं.
कई सांसदों के सूअर के मांस के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के बावजूद, सरकार ने पोर्क की बिक्री की अनुमति देने का फैसला किया है. 2015 में, सांसद अब्दुल्लाह बिन हॉयल ने पोर्क उत्पादों के आयात, बिक्री और कब्जे पर प्रतिबंध के लिए कहा.
उन्होंने कहा कि पोर्क या संबंधित उत्पादों पर प्रतिबन्ध इस्लाम के खिलाफ है और बहरीन को एक मुस्लिम देश होने के नाते शरीयत के फैसलों का पालन करना चाहिए.
हालांकि, द्विमासिक संसद के ऊपरी सदन शूरा परिषद ने दंड संहिता में संशोधन को खारिज करने के लिए मतदान किया, जिसमें सूअर के मांस की खरीद-फरोख्त को अपराध माना जाए.
शूरा के कई सदस्यों ने तर्क दिया कि यह प्रतिबंध उन गैर-मुसलमानों के मानवाधिकारों का उल्लंघन होगा जो देश में रहते हैं. गौरतलब है कि बहरीन में लगभग 600,000 प्रवासी रहते हैं, जो यहाँ की आबादी का आधे से ज्यादा हिस्सा है.