असमानता, वर्ण व्यवस्था, जातिव्यवस्था,
देवदासी प्रथा, सतीप्रथा, नियोग प्रथा, अंधविश्वास, छुआछूत, शुद्र,
अतिशूद्र, अछूत, इनमे से कोई भी व्यवस्था मुसलमानों द्वारा नहीं बनाई गयी.
लेकिन इन सभी व्यवस्थाओं को ख़त्म करने का कार्य सबसे पहले इस्लाम ने ही
शुरू किया.
लेकिन अफ़सोस आज मुसलमान ही दुश्मन लगते है, और अमानुष व्यवस्थाओं के निर्माते दोस्त लगने लगे है.
लेकिन अफ़सोस आज मुसलमान ही दुश्मन लगते है, और अमानुष व्यवस्थाओं के निर्माते दोस्त लगने लगे है.