New Delhi : उत्तर प्रदेश की पूर्व अखिलेश यादव सरकार के मंत्री और सामूहिक बलात्कार के आरोपी गायत्री प्रजापति को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
उन्हें आलमबाग पुलिस स्टेशन में रखा गया है। बलात्कार के एक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश जारी किया था, लेकिन 27 फरवरी से ही वह भागे हुए थे। पुलिस उनकी तलाश कर रही थी, लेकिन वह हाथ नहीं आ रहे थे। मंगलवार को ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि प्रजापति को 24 घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
लखनऊ की गौमतपल्ली थाना पुलिस ने मंगलवार को प्रजापति के बेटे अनुराग व अनिल को हिरासत में लिया था और तीन नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, गायत्री के बेटों ने आरोपियों को शरण दी थी। पुलिस इससे पहले प्रजापति के गनर चंद्रपाल, लेखपाल अशोक तिवारी व आशीष शुक्ला को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने मंगलवार को छापा मारकर अमरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू, रूपेश और विकास को गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ की जा रही है।
गायत्री प्रजापित को गिरफ्तार नहीं कर पाने के कारण अखिलेश यादव सरकार की काफी आलोचना भी हुई थी, लेकिन अखिलेश ने कहा था कि पुलिस अपना काम कर रही है। प्रजापति को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने भी अखिलेश सरकार पर सवाल उठाए थे। सात चरणों में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान प्रजापति का इस तरह फरार होना एक बड़ा मुद्दा बन गया था।